शक्तिपीठ शारदा की पाकिस्तान में दुर्दशा |
भारत की प्राचीन विद्या का महान केंद्र और शक्ति पीठ माँ शारदा का मंदिर पी. ओ. के. में आज यह शक्ति पीठ खंडहर में तब्दील हो गया है. भगवान महकाल अमरनाथ की गुफा में कश्मीर में माँ शारदा पीठ की मुक्ति मोदी जी और भारत के महान सैनिक कर सकते हैं. वन्देमातरम
एक गीत -पीठ शारदा पी. ओ. के. में
पीठ शारदा
पी. ओ. के. में
अमरनाथ कश्मीर में.
जिन्ना, नेहरू
किसने लिक्खा
भारत की तक़दीर में.
मातृभूमि को
खंडित करने का
अंदाज अनोखा था,
सन 47 का
बँटवारा
भारत माँ से धोखा था,
यह कैसी
आज़ादी जिसमें
हाथ -पाँव जंज़ीर में.
पंचशील के
गद्दारों को
तगड़ा सबक सिखाना है,
बीजिंग के
सीने पर चढ़कर
वन्देमातरम गाना है,
फिर से
बिजली चमके
पोरस के तरकश, शमशीर में.
दुष्ट पडोसी
आतंकी है
हर दिन है शैतानी में,
अग्नि बाण से
ज्वालामुखियाँ
भर झेलम के पानी में,
प्रलय करे
ऐसी जलधारा
हो गंगा के नीर में.
अबकी रहे
तिरंगा घर -घर
देशगान की शाम हो,
उसको भय क्यों
जिसके घर में
विश्व विजेता राम हो,
कोई फिर से
प्राण फूँक दे
सोए गोगा वीर में.
कवि -जयकृष्ण राय तुषार
भारतीय वायुसेना |
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" मंगलवार 26 जुलाई 2022 को साझा की गयी है....
ReplyDeleteपाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
हार्दिक आभार आपकी यह सूचना स्पेम में चली गयी थी. अभी चेक कर रहा था कई अच्छी टिप्पनियाँ स्पेम हो गयी थीं. सादर प्रणाम
Deleteरोम रोम में प्राण फूँक देने वाला गीत 👌👌👌
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका. सादर प्रणाम
Deleteसादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (26-7-22} को गीत "वीरों की गाथाओं से" (चर्चा अंक 4502)
पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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कामिनी सिन्हा
हार्दिक आभार आपका. सादर अभिवादन कामिनी जी
Deleteयह कविता देशप्रेम का अप्रतिम उदाहरण है। लेखनी इसी प्रकार लोगों को प्रेरित करती है।
ReplyDeleteसादर
हार्दिक आभार आपका. सादर अभिवादन
Deleteक्या बात है तुषार जी...वीर रस की रचनायें आजकल कम पढ़ने को मिलती नहीं...बहुत दिनों बाद आपकी पोस्ट पर आना हुआ...पुराना फैन हूँ... तारीफ़ नहीं करूँगा...👌👌👌
ReplyDeleteहार्दिक आभार भाई साहब. सादर प्रणाम
Deleteदेशप्रेम से परिपूर्ण सुंदर रचना।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका. सादर प्रणाम
Deleteदेश भक्ति से भरी जोश दिलाने वाली सुंदर रचना
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका. सादर अभिवादन
Deleteवाह लाजबाव देशभक्ति गीत
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका. सादर अभिवादन
Deleteआप को पढना हमेशा ही सुखद लगता है .....
ReplyDeleteआपका हृदय से आभार. सादर अभिवादन
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