चित्र -गूगल से साभार |
दो गीत -नववर्ष
नववर्ष की मंगलमय शुभकामनाओं सहित
नववर्ष की मंगलमय शुभकामनाओं सहित
नये साल तुम
आना अपना
रंग -रूप ले प्यारा |
संगम में
आये गोमुख से
निर्मल जल की धारा |
मौसम
मन को जीते
बोले मृदु संतों की बानी ,
बच्चों के
सपनों में आये
फिर परियों की रानी ,
मन्दिर -मस्जिद
चर्च -पगोडा
गले मिले गुरुद्वारा |
हल्दी गांठ
कलाई में हो
बासंती दिन लौटे ,
मृगनयनी
आँखों के सहचर
बनें नये कजरौटे ,
फूलों के संग
आंख मिचोली
में दिन बीते सारा |
लोकरंग में
मन रंग जाये
उत्सव धूम मचाये ,
चैती ,सोहर
फगुआ -विरहा
भोर साँझ संग गाये ,
ढोल -मंजीरा
सारंगी का
साथी हो बंजारा |
दो
बड़ों को
प्रणाम कहे
छोटों को प्यार मिले |
नये साल
आना तो
सबको उपहार मिले |
रिश्तों को
धार मिले
कहकहे दालान को ,
गहगहे
गुलाब मिलें
मुरझाते लॉन को ,
बच्चों को
परीकथा
तितली ,इतवार मिले |