एक आस्था का गीत -
कलियुग का उद्धार करेंगे त्रेता के श्री राम
स्वर्ग से सुन्दर लगे अयोध्या
सरयू पावन धाम |
कलियुग का उद्धार करेंगे
त्रेता के श्री राम |
जन -जन केवट बनकर आये
प्रभु को पार लगाने ,
फिर से आये राम
हमारा सोया देश जगाने ,
साधु ,संत ,सिद्धों ने मिलकर
किया क्रांति का काम |
प्रभु के पावन मन्दिर खातिर
अनगिन नैन पियासे ,
इस अभिजित मुहूर्त के खातिर
सुन्दर शिला तराशे ,
हनुमत प्रमुदित यह तन आये
फिर से प्रभु के काम |
फिर से प्रभु के काम |
हवा बह रही केसर जैसी
माटी बन गयी चंदन ,
राम सिया के चरण पड़े
जिस वन में हो गया नंदन ,
प्रभु की मूरत जहाँ वहीं है
धरती का सुख धाम |
एक सनातन ज्योति धर्म की
सभी दिए में जलती ,
एक ज्योति तुलसी बाबा की
रामकथा में मिलती ,
श्रृंगवेरपुर ,चित्रकूट, हर
शिला जपे प्रभु नाम |
कवि -जयकृष्ण राय तुषार
चित्र -साभार गूगल |