मेरे ग़ज़ल संग्रह का द्वितीय संस्करण छप गया. नए कवर को डिजाइन किया है प्रोफ़ेसर अरुण जेतली जी ने. प्रकाशक लोकभारती. मूल्य 250 रूपये मात्र.
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| द्वितीय संस्करण |
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लाल किला -चित्र गूगल से साभार चित्र साभार गूगल एक देशगान -कितना सुन्दर, कितना प्यारा देश हमारा है कितना सुंदर कितना प्यारा देश हमारा...
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 06 नवंबर 2025 को लिंक की जाएगी है....
ReplyDeletehttp://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
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हार्दिक आभार भाई
Deleteबहुत बहुत बधाईयाँ
ReplyDeleteआभार मित्र
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