Wednesday 10 March 2021

एक गीत-पता-ठिकाना लिखने वाला नाम हमारा लिखता है

चित्र साभार गूगल


एक गीत-


पता-ठिकाना

लिखने वाला

नाम हमारा लिखता है ।

ख़त में जो

मज़मून लिखा है

और किसी का दिखता है ।


मेरा किस्सा 

कैसे होता

मैं तो इक बंजारा हूँ

झरने-बादल

ढूंढ रहा हूँ

मरुथल का चिंकारा हूँ

लिखने वाला

प्यास हमारी

और के नाम से लिखता है ।


तरु की छाया

फूल न कोई

गर्म हवा के साथ तपन,

आदमख़ोर

धूप के पंजों से 

घायल कुछ और हिरन ,

आँधी और

अगन में

कितनी देर हरापन टिकता है ।

जयकृष्ण राय तुषार




चित्र साभार गूगल

22 comments:

  1. Replies
    1. हार्दिक आभार आपका।महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं

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  2. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक ११-०३-२०२१) को चर्चा - ४,००२ में दिया गया है।
    आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।
    धन्यवाद सहित
    दिलबागसिंह विर्क

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    1. हार्दिक आभार आपका आदरणीय विर्क जी

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  3. भावों से मालामाल मस्त गीत तुषार जी।👌👌👌🙏🙏💐💐

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    1. आपका हृदय से आभार ।भगवाल भोलेनाथ आप। पर अपनी कृपा बनाये रक्खें।आपका जीवन प्रसन्नता का सागर रहे।

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  4. बहुत खूबसूरत गीत सर 👌👌👏👏👏
    हमारे ब्लॉग पर भी आइए और अपनी राय व्यक्त कीजिए🙏🙏🙏🙏🙏🙏

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    1. हार्दिक आभार मनीषा जी।आप यशस्वी हों

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  5. बहुत सुंदर नवगीत।

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    1. आपका हृदय से आभार।आपकी यशकीर्ति सुख सौभाग्य में वृद्धि हो

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  6. बहुत सुंदर गीत! अहसासों की सुंदर अभिव्यक्ति।
    महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।

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    1. आपका हार्दिक आभार।भगवान आपको यशस्वी बनाएं उत्तम स्वास्थ्य और सौभाग्य प्रदान करें

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  7. बहुत सुन्दर

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    1. हार्दिक आभार आदरणीय।शिवरात्रि आपको उत्तम स्वास्थ्य और सुख समृद्धि प्रदान करे

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  8. Replies
    1. आपका हृदय से आभार। भगवान शिव के द्वादश शिवलिंग आपका मंगल करें

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  9. महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं

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    1. हार्दिक आभार आपका।आपको भी महाशिवरात्रि की अशेष शुभकामनाएं

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  10. आपकी अभिव्यक्तियां तो स्तब्ध कर देती हैं तुषार जी । प्रशंसा करना भी दोहराव लगने लगता है ।

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    1. आदरणीय भाई साहब माथुर जी।आपकी प्रशंसा और स्नेह अभिभूत कर देता है।आपको सादर प्रणाम ।

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  11. बहुत सुंदर भाव 🙏 भोलेबाबा की कृपादृष्टि आप पर सदा बनी रहे।🙏 महाशिवरात्रि पर्व की आपको परिवार सहित शुभकामनाएं

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    1. भाई राजपुरोहित जी आपका हृदय से आभार

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