Sunday, 24 May 2020

एक गीत -मेरी सेवा मेरा तीरथ


भगवान धन्वन्तरी 

चिकित्सकों ,नर्सों और चिकित्सा से जुड़े कोरोना योद्धाओं को समर्पित गीत 
एक गीत -मेरी सेवा मेरा तीरथ 

धन्वतरि के अनुयायी 
हम करते हैं उपचार ।
जीवन की जब नैया डूबे 
करते उसको पार ।

जीवन रक्षक औषधियों से 
सबका ताप मिटाते ,
शल्य क्रिया से नेत्रहीन भी 
ज्योति नयन की पाते ,

भेदभाव के बिना सभी का 
करते हम उद्धार |

कुछ ने पत्थर हाथ उठाये 
कुछ ने नभ से फूल गिराये ,
संकट में हम नर्स ,चिकित्सक 
कोरोना योद्धा कहलाये ,

कुछ ने छीना पर्स दवाएं 
कहीं मिले उपहार |

हम तो सबको जीवन देकर 
हर दिन अपना फर्ज़ निभाते, 
हँस हँस कर सबका दुःख हरते 
कैसा भी हो मर्ज़ भगाते ,

मेरी सेवा मेरा तीरथ 
काशी या हरिद्वार |

अपनी आँख ,नींद 
सब कुछ है बीमारों के नाम ,
कोशिश हर क्षण अपना जीवन 
आये सबके काम ,

हम क्या जाने मौसम का रंग 
रिश्ते क्या त्यौहार |

युद्ध रहे या शांतिकाल 
हम मन से सेवा करते ,
तन का हो या मन का 
सबका जख्म हमीं तो भरते ,

काँटा चुनते और सजाते 
फूलों से संसार |

कवि -जयकृष्ण राय तुषार 


चित्र -साभार गूगल 

8 comments:

  1. कुछ ने पत्थर हाथ उठाये
    कुछ ने नभ से फूल गिराये ,
    संकट में हम नर्स ,चिकित्सक
    कोरोना योद्धा कहलाये ,
    सत्य वचन ...ऐसे निस्पृह सेवाभावियों के बल पर ही वैश्विक महामारी पर नियन्त्रण का हम सब स्वप्न देखते हैं ।

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    Replies
    1. आपका हृदय से आभार मीना जी

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  2. धन्वतरि की हम शाखाएं
    करते हैं उपचार ।
    जीवन की जब नाव डूबती
    करते उसको पार ।
    वाह! कोरोना यौद्धाओं की महिमा बढ़ाती सुंदर रचना तुषार जी 👌👌👌🙏🙏

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    Replies
    1. आपका हृदय से आभार रेणु जी

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  3. Replies
    1. सादर प्रणाम |आपका हृदय से आभार शास्त्री जी

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  4. बहुत बढ़िया

    ReplyDelete

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