![]() |
चित्र -गूगल से साभार |
जितना
चाहो लूटो खाओ |
हमें तिवारी
मत समझाओ |
बन्द न होंगे
गोरखधन्धे ,
धृतराष्ट्रों के
वंशज अन्धे ,
कोई इनको
राह दिखाओ |
राह दिखाओ |
बस कुर्सी की
रामकहानी ,
मरा हुआ
आँखों का पानी ,
तुम टी० वी०
पर गाल बजाओ |
खत्म हो
रहा भाई चारा ,
गंगा -जमुना
है बिन धारा ,
होली खेलो
ईद मनाओ |
हर खिड़की
पर मकड़ी जाले ,
कितने
मगरमच्छ हो पाले ,
सूर्य मरे
तुम राहु बचाओ |
धान कोयला -
खान बेच दो ,
देश -धरम
ईमान बेच दो ,
तुम सब खाओ
तुम्हीं पचाओ |
हम केवल
वोटर ,मतदाता ,
आप हमारे
भाग्यविधाता ,
जनता का
विश्वास बचाओ |
खून -पसीना
हमीं बहाते ,
जनगण मन
का गीत सुनाते ,
और तिरंगा
तुम फहराओ |
सरकारी
अफ़सर मतवाले ,
प्याज ,नमक
रोटी के लाले ,
रोज तेल के
दाम बढ़ाओ |
कौन आँख की
पट्टी खोले ,
पक्ष -विपक्ष
एक सुर बोले ,
गाँव उजाड़ो
माँल बनाओ |
कौन आँख की
पट्टी खोले ,
पक्ष -विपक्ष
एक सुर बोले ,
गाँव उजाड़ो
माँल बनाओ |
जगह -जगह
हिंसा ,अफवाहें ,
मुश्किल में
जनता की राहें ,
अपराधी जो
उसे बचाओ |