Saturday, 14 August 2021

 

साहित्य मनीषी और आज़ादी के महानायक
पुरुषोत्तम दास टंडन

उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान को समर्पित एक गीत


माँ भारती का गर्व है ये भाषा का विहान है

यह अवध की शान है ये हिंदी संस्थान है 


यह काव्य की उपासना है मन्दिरों की आरती

श्रेष्ठ हैं सम्मान सब, शिखर है भारत भारती

यह भाषा ,छंद,व्याकरण,विमर्श को सँवारती

परंपरा के साथ धर्म ,ज्ञान और विज्ञान है

यह अवध की शान है यह हिंदी संस्थान है ।


पुरुषोत्तम दास टण्डन जी के स्वप्न का शिखर यही

हिंदी के साथ-साथ सभी बोलियों का घर यही

भक्ति,रीतिकाल और वर्तमान स्वर यही

यह हिंदी राष्ट्र एकता की प्रेरणा महान है

यह अवध की शान है ये हिंदी संस्थान है


भाषा यह गूँजी विश्व में अटल जी का प्रयास है

इस हिंदी पुष्प गन्ध का अनन्त में सुवास है

परिचर्चा,खंडकाव्य शोधग्रन्थ का लिबास है

इस राष्ट्र के गौरव का उसकी सभ्यता का गान है

यह अवध की शान है ये हिंदी संस्थान है


कवि-जयकृष्ण राय तुषार



साहित्य मनीषी और आज़ादी के महानायक पुरुषोत्तमदास टंडन जी और उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ।चित्र साभार गूगल

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