चित्र -साभार गूगल |
मित्रों हम सभी एक अदृश्य महामारी से जूझ रहे हैं इस पर हमको विजय भी पाना है इसके लिए मनोबल को ऊँचा रखना भी सावधानी के साथ आवश्यक है | इस सांकेतिक प्रेम गीत के माध्यम से मनोबल को बढ़ाने की एक तुच्छ कोशिश |आप सभी सपरिवार स्वस्थ रहें यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है |सादर
एक गीत -
टोकरी भरकर गुलाबी फूल लाऊँगा
टोकरी
भरकर
गुलाबी फूल लाऊँगा |
इस
हवा को मैं
सुगन्धों से सजाऊँगा |
हँसो चम्पा !
डरो मत
यह समय बीतेगा ,
आदमी
इस वायरस से
जंग जीतेगा ,
मैं -तुम्हारे
वायलिन
पर गीत गाऊँगा |
हरे पत्तों
से हवा
माँगो नदी से जल ,
लौट आयेंगे
गगन में
वृष्टि के बादल ,
इसी
माटी पर
हरेपन को सजाऊँगा |
फिर हँसेंगे
बाजरे
और धान खेतों में ,
दौड़ते
होंगे हिरन
दिनमान रेतों में ,
चाँदनी
में फिर
तुम्हें किस्से सुनाऊँगा |
कवि -जयकृष्ण राय तुषार
बहुत खूबसूरत गीत ... आशा का संचार करती हुई ..
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" ( 2106...आँकड़ों को दबाने के आकाँक्षी हैं हम? ) पर गुरुवार 22अप्रैल 2021 को साझा की गई है.... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteआप तो सम्भवतः जन्मजात कवि हैं तुषार जी। काव्य तो रक्त के साथ-साथ आपकी नाड़ियों में प्रवाहित होता प्रतीत होता है। आशावाद से परिपूर्ण इस अति-सुंदर कविता के भाव पर मेरी केवल एक शब्द में प्रतिक्रिया है - तथास्तु।
ReplyDeleteआपका तथास्तु लोककल्याणकारी हो।
Deleteआपकी टिप्पणियाँ मन को आह्लादित कर देती हैं।आपके हृदय से आभार।आप स्वस्थ और प्रसन्न रहें।सादर अभिवादन
सादर नमस्कार,
ReplyDeleteआपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार ( 23-04-2021) को
"टोकरी भरकर गुलाबी फूल लाऊँगा" (चर्चा अंक- 4045) पर होगी। शुक्रवार की चर्चा का शीर्षक आपकी रचना से लिया गया है । आप भी सादर आमंत्रित हैं।
धन्यवाद.
…
"मीना भारद्वाज"
आदरणीया मीना जी आपका हृदय से आभार।
Deleteआदरणीय सर, अत्यंत सुंदर व सुखद रचना जो मन में आशा और उल्लास जगती है और हमें विश्वास दिलाती है कि यह संकट जल्दी ही टल जाएगा। हार्दिक आभार इस सुंदर रचना के लिए व आपको प्रणाम
ReplyDeleteईश्वर आपको यशकीर्ति सुख सौभाग्य और लम्बी उम्र दे ।युवा देश के उज्ज्वल भविष्य होते हैं ।बेटियाँ आज नए कीर्तिमान बना रही है।आपका हृदय से आभार।
Deleteसुंदर रचना
ReplyDeleteआपका हृदय से आभार सर
Deleteबेहद खूबसूरत सृजन
ReplyDeleteआपका हार्दिक आभार
Deleteबहुत ही सुन्दर रचना
ReplyDeleteआपका हार्दिक आभार
Deleteइस निराशा और अंधकार की घडी में ,आशा और खुशियों की रौशनी का संचार करती अति सुंदर सृजन ,सादर नमन आपको
ReplyDeleteआपका हृदय से आभार।सादर अभिवादन
Deleteघोर निराशा के दौर में आशा का संचार करती सुंदर रचना ।
ReplyDeleteआपका हृदय से शुक्रिया
Deleteकोमल सुंदर सरस आशा के नये द्वार खोलता सुकून देता गीत।
ReplyDeleteअप्रतिम।
आपका हृदय से आभार
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