Saturday, 2 September 2023

एक ग़ज़ल -इसरो और भारत माता के नाम

आदित्य एल 1


बधाई इसरो-जय हनुमान

P. S. L. V C57 के जरिए आदित्य L1 सफलता पूर्वक लांच

भारतीय वैज्ञानिकों को बहुत बहुत बधाई


एक ग़ज़ल -इसरो और भारत माता के नाम 


अब चाँद भी मुट्ठी में हथेली पे गगन है

माँ भारती के साथ में इसरो को नमन है


इसरो के चमत्कार से हैरान है दुनिया

नासा से भी कम खर्च में सूरज का मिशन है 


आदित्य उड़ा शून्य में आदित्य को पढ़ने

फिर विश्व गुरु, सोने की चिड़िया ये वतन है


ये हिन्द महासागर हिमालय की है आभा

अध्यात्म संग विज्ञान का भी इसमें मिलन है


यह योग की, विज्ञान की, दर्शन की जमीं है

इस विश्व के मंगल के लिए यज्ञ हवन है


विक्रम, कलाम, भाभा, आर्यभट्ट यहीं के

संगीत, मंत्र सिद्ध ये देवों का चमन है 


आश्रम ने रचे मंत्र गुफाओं ने चतुर्वेद 

सतलज, कावेरी,नर्मदा ये गंगो जमन है

कवि -जयकृष्ण राय तुषार

वैज्ञानिक इसरो चीफ एस.सोमनाथ 



कवि जयकृष्ण राय तुषार

4 comments:

  1. बहुत सुन्दर रचना. देश और देश की संस्केथाओं के प्रति यही प्रेम होना जरूरी है.

    स्वागत है - संस्कृति - विकृति

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  2. बहुत सुंदर

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