माननीय प्रधानमन्त्री भारत सरकार |
एक गीत-सौ प्रतिशत मतदान कीजिए
लोकतंत्र सबसे सुन्दर है
बस इसका गुणगान कीजिए।
भारत माँ के गौरव ख़ातिर
शत-प्रतिशत मतदान कीजिए।
सबके भाषण को सुनिएगा
भ्रष्टाचारी मत चुनिएगा
राष्ट्र प्रेम के धागों से ही
वस्त्र तिरंगे का बुनिएगा
जिनको सत्ता मद में भूली
उनको अब सम्मान मिल रहा
कृत्रिम फूल अब सूख गए है
कीचड़ में फिर कमल खिल रहा
बरसों रहे उपेक्षित मेजर
ध्यानचंद का ध्यान कीजिए।
जिनके साहस ने बीजिंग के
बज्र वक्ष को चीर दिया है
पलक झपकते संविधान को
एक नया कश्मीर दिया है
काशी,सरयू,गंगा के तट
चमक उठा दिनमान प्रखर है
खण्ड-खण्ड केदार धाम का
फिर से निर्मित स्वर्ण शिखर है
काँप रहे अपराधी जिनसे
उन्हें वोट का दान कीजिए ।
दंगा मुक्त प्रदेश बन गया
अपराधी यमलोक जा रहे
अब किसान,लाचार घरों में
बैठे सुविधा अन्न पा रहे
समरसता के पाखण्डों में
देश बहुत दिन तक रोया था
सत्य,सनातन से मुख मोड़े
संविधान घर में सोया था
भारत का मस्तक ऊँचा है
आज आप अभिमान कीजिए।
जितना मिला समय यह कम है
अभी बहुत बाकी होना है
अभी नागफनियों के वन में
केसर,चंदन को बोना है
फिर सोने की चिड़िया
भारत माता के हर तरु पर बोले
शत्रु भस्म हो जाए पल में
जब जब तृतीय नेत्र को खोले
सबके सुख-दुःख में जो शामिल
उस योगी का मान कीजिए
कवि-जयकृष्ण राय तुषार
माननीय गृहमन्त्री भारत सरकार |
सादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (4-1-22) को "शिक्षा का सही अर्थ तो समझना होगा हमें"(चर्चा अंक 4299)पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
--
कामिनी सिन्हा
हार्दिक आभार आपका।सादर अभिवादन
Deleteअच्छी प्रस्तुति
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका।सादर अभिवादन
Deleteसुंदर सृजन
ReplyDeleteभारत माँ के गौरव ख़ातिर
ReplyDeleteशत-प्रतिशत मतदान कीजिए।
बरसों रहे उपेक्षित मेजर
ध्यानचंद का ध्यान कीजिए।
काँप रहे अपराधी जिनसे
उन्हें वोट का दान कीजिए ।
भारत का मस्तक ऊँचा है
आज आप अभिमान कीजिए।
सबके सुख-दुःख में जो शामिल
उस योगी का मान कीजिए
...वाह! बहुत खूब,,,,,
हार्दिक आभार आपका।सादर अभिवादन
Deleteअच्छा लिखा है आपने तुषार जी | पर ये रचना राजनीति से प्रेरित हो गयी |
ReplyDeleteरेणु जी मैं केंद्र सरकार का वकील भी हूँ तो जिसका वकील हूँ उसका गुणगान कभी कभी कर देता हूँ ।सादर अभिवादन
Deleteहार्दिक आभार आपका।सादर अभिवादन
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