राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी |
कुदरत का करिश्मा हैं या वरदान हैं गाँधी
कुदरत का करिश्मा हैं या वरदान हैं गाँधी
इस दौर में इंसा नहीं भगवान हैं गाँधी
अफ़साना -ए -आज़ादी के किरदार कई हैं
अफ़साना -ए -आज़ादी का उनवान हैं गाँधी
जन्नत से अधिक पाक है इस देश की मिट्टी
इस देश की मिट्टी में ही कुर्बान हैं गाँधी
ता उम्र रहे सत्य अहिंसा के पुजारी
हर मुल्क में इस देश की पहचान हैं गाँधी
मजहब से बहुत दूर वो इंसान थे पहले
ईसाई हैं ,हिन्दू हैं ,मुसलमान हैं गाँधी
ईसाई हैं ,हिन्दू हैं ,मुसलमान हैं गाँधी
गांधी जी को नमन
ReplyDeleteता उम्र रहे सत्य अहिंसा के पुजारी
ReplyDeleteहर मुल्क में इस देश की पहचान हैं गाँधी
बहुत बढ़िया.... बापू को नमन
बहुत सुंदर .... बापू को नमन
ReplyDeleteगाँधी जयंती की शुभकामनाएं...
ReplyDeleteभाई प्रवीन जी ,वानभट्ट जी आदरणीया मोनिका जी ,संगीता जी आप सभी का आभार |
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना...
ReplyDeleteबापू को नमन....
:-)
बहुत सुन्दर -सच्ची श्रद्धांजलि
ReplyDeleteमजहब से बहुत दूर वो इंसान थे पहले
ReplyDeleteईसाई हैं ,हिन्दू हैं ,मुसलमान हैं गाँधी
...बिलकुल सच...गाँधी जी को नमन..
ReplyDeleteआपकी नायाब पोस्ट और लेखनी ने हिंदी अंतर्जाल को समृद्ध किया और हमने उसे सहेज़ कर , अपने बुलेटिन के पन्ने का मान बढाया उद्देश्य सिर्फ़ इतना कि पाठक मित्रों तक ज्यादा से ज्यादा पोस्टों का विस्तार हो सके और एक पोस्ट दूसरी पोस्ट से हाथ मिला सके । । टिप्पणी को क्लिक करके आप सीधे बुलेटिन तक पहुंच सकते हैं और अन्य सभी खूबसूरत पोस्टों के सूत्रों तक भी । बहुत बहुत शुभकामनाएं और आभार । शुक्रिया
आदरणीय अजय कुमार झा साहब स्नेह के लिए आपका बहुत -बहुत आभार |
ReplyDeleteआदरणीय कैलाश शर्मा जी अग्रज अरविन्द मिश्र जी रीना जी आप सभी का बहुत -बहुत आभार |
ReplyDeleteबापू के प्रति अद्भुत भाव ...हृदयस्पर्शी ...
ReplyDeleteसच्ची श्रद्धांजली ....नमन बापू को ...
मजहब से बहुत दूर वो इंसान थे पहले
ReplyDeleteईसाई हैं ,हिन्दू हैं ,मुसलमान हैं गाँधी
Kya gazab baat kah dee aapne!
बापू को शत शत नमन।
ReplyDeleteमजहब से बहुत दूर वो इंसान थे पहले ...
ReplyDeleteबापू को बहुत प्यारी श्रद्धांजली ! सादर नमन !