काशी |
यह पुण्य देवभूमि है
यह पुण्य देवभूमि है
यहाँ न कोई क्लेश है ।
ध्वज लिए विकास का
यह अग्रणी प्रदेश है
यह उत्तर प्रदेश है, यह उत्तर प्रदेश है ।
सुबहे काशी है यहीं
यहीं अवध की शाम है,
यह संत,ऋषि,विचारकों
औ ज्ञानियों का धाम है,
कला,कौशल विकास
हेतु पूँजी का निवेश है।
यह उत्तर प्रदेश है ,यह उत्तर प्रदेश है।
गंगा,जमुना,सरयू
पुण्य नदियों का प्रवाह है,
अनेकता में एकता का
प्रेम से निबाह है,
सारनाथ,कुशीनगर
बुद्ध का उपदेश है,
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
काशी ,मथुरा,वृंदावन
गुरु गोरख यहीं मिले,
राम की अयोध्या में
अखण्ड दीप लौ जले,
परम्परा, नवीनता का
इसमें समावेश है ।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
चौरी-चौरा,झाँसी, मेरठ की
जमीन लाल है,
तीर्थ ये शहीदों का
ये क्रांति की मशाल है,
गौ माता का रक्षक है
ये किसानों का सुदेस है।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
चित्रकूट,श्रृंगवेरपुर
यहीं प्रयाग है,
विश्व पर्व कुम्भ
इसमें धूनियों की आग है,
शिक्षा,ज्ञान,योग औ
अध्यात्म में विशेष है।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
रक्षक है सर्वधर्म की
माँ भारती महान है,
तुलसी के संग कबीर
औ रविदास जी का मान है,
माँ विन्ध्वासिनी की
दिव्य शक्ति भी अशेष है।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
स्वदेश के लिए यहाँ
बलिदान एक पर्व है,
झलकारी बाई,झाँसी
की रानी पर इसको गर्व है,
यह मंगल पांडे,बिस्मिल
और आज़ाद का प्रदेश है।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
यह विश्व राजनीति का
महान एक केंद्र है,
यहाँ का वीर सरहदों पे
बज्र ले महेंद्र है,
विभिन्न भाषा,बोलियाँ
विभिन्न भूषा-वेश है।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
बिरहा, कजरी ,आल्हा
इसके मौसमों का गीत है,
धान-पान धानी-हरे
गेहूँ स्वर्ण-पीत है,
झील-ताल खिलते कमल
खुशबुओं का देश है।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
राज्य का प्रतीक चिन्ह
मत्स्य और तीर है,
वृक्ष है अशोक, पुष्प
टेसू ज्यों अबीर है,
स्त्रियों के मान और
सम्मान का आदेश है।
यह उत्तर प्रदेश है,यह उत्तर प्रदेश है।
कवि जयकृष्ण राय तुषार
कवि-जयकृष्ण राय तुषार
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 29 सितम्बर 2021 शाम 3.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका आदरणीया यशोदा जी
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
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