चित्र -गूगल से साभार |
आयेंगे
फिर अच्छे
मौसम आयेंगे |
हम
खेतों में धान
खेतों में धान
रोपकर गायेंगे |
कुछ
दिन और
प्रतीक्षा करना ,
फिर
मौसम
बाँहों में भरना ,
सुख के
दिन राहों में
फूल सजायेंगे |
दिन राहों में
फूल सजायेंगे |
प्रकृति
होंठ पर दही लगा
आचमन करेगी ,
कहीं अजंता
कहीं एलोरा
मांग भरेगी ,
पीले
बाँसों में
करील अँखुआयेंगे |
हारिल -
तोते टहनी -
टहनी डोलेंगे ,
हम भी
उनकी ही
भाषा में बोलेंगे ,
पपिहे
पंचम दा के
सुर में गायेंगे |
असमान के
बादल होंगे
झीलों में ,
स्वप्न
हमारे होंगे
कोसों ,मीलों में ,
हम
हाथों में कोई
हाथ दबायेंगे |
आयेंगे
ReplyDeleteफिर अच्छे
मौसम आयेंगे |
हम खेतों में
धान
रोपकर गायेंगे |
वाह बहुत सुंदर पंक्तियाँ .....
तुषार जी अगर आप क्षणिकाएं लिखते हों तो अपनी दस, बारह क्षणिकाएं 'सरस्वती-सुमन' पत्रिका के लिए भेजिए
साथ में अपना संक्षिप्त परिचय और छाया चित्र भी .....
इस पते या मेल पर ......
harkirat 'heer'
18 east lane , sunderpur
house no. 5
Guwahaati-781005
ASSAM
ya
harkiratheer@yahoo.in
आयेंगे
ReplyDeleteफिर अच्छे
मौसम आयेंगे |
हम खेतों में
धान
रोपकर गायेंगे
मन को छूने वाली पंक्तियाँ ..... बहुत सुंदर रचना
आयेंगे
ReplyDeleteफिर अच्छे
मौसम आयेंगे |
हम
खेतों में धान
रोपकर गायेंगे |
कुछ
दिन और
प्रतीक्षा करना ,
फिर
मौसम
बाँहों में भरना ,
सुख के
दिन राहों में
फूल सजायेंगे |
Kitna badhiya intezaar hai jeevan me khushiyan aane kaa!
पीले
ReplyDeleteबाँसों में
करील अँखुआयेंगे |
स्वप्न हमारे होंगे कोसों ,
मीलों में ,
हम हाथों में लेकर हाथ दबायेंगे |
क्या बात है तुषार जी,, बाद के लिए भी बचा कर रखिये
मिलेंगे तब हमको क्या सुनायेंगे ?
:):):)
आपके गीत तो कमाल धमाल होते हैं
इस गीत में भी कुछ विशेष है
कुछ ऐसा जो केवल महसूस कर के ही लिखा जा सकता है
बहुत सुन्दर
आयेंगे
ReplyDeleteफिर अच्छे
मौसम आयेंगे |
हम खेतों में
धान
रोपकर गायेंगे |
___________________
जब भी
ऐसे मौसम आयेंगे
साथ आपके
हम भी गायेंगे
lay-taal sab hai..phir kyon nahi gungunayegen !!
ReplyDeleteबहुत सुंदर नवगीत जो हमें शिक्षा देता है कि
ReplyDeleteमहान कार्य करने के लिए उमंग तथा उत्साह को अपना साथी बनाइए।
मेरे इस गीत को पसंद करने के लिए आप सभी का आभार |
ReplyDeleteगजब का प्रवाह है कविता में..आभार सुन्दर रचना के लिए
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