Wednesday, 4 May 2011

एक गीत -फिर मौसम बाँहों में भरना

चित्र -गूगल से साभार 
फिर मौसम बाँहों में भरना 
आयेंगे 
फिर अच्छे 
मौसम आयेंगे |
हम 
खेतों में धान 
रोपकर गायेंगे |

कुछ 
दिन और 
प्रतीक्षा करना ,
फिर 
मौसम 
बाँहों में भरना ,
सुख के 
दिन राहों में 
फूल  सजायेंगे |

प्रकृति 
होंठ पर दही लगा 
आचमन करेगी ,
कहीं अजंता 
कहीं एलोरा 
मांग भरेगी ,
पीले 
बाँसों में 
करील अँखुआयेंगे |

हारिल -
तोते टहनी -
टहनी डोलेंगे ,
हम भी 
उनकी ही 
भाषा में बोलेंगे ,
पपिहे 
पंचम दा के 
सुर में गायेंगे  |

असमान के 
बादल होंगे 
झीलों में ,
स्वप्न 
हमारे होंगे 
कोसों ,मीलों में ,
हम 
हाथों में कोई 
हाथ दबायेंगे |

9 comments:

  1. आयेंगे
    फिर अच्छे
    मौसम आयेंगे |
    हम खेतों में
    धान
    रोपकर गायेंगे |

    वाह बहुत सुंदर पंक्तियाँ .....


    तुषार जी अगर आप क्षणिकाएं लिखते हों तो अपनी दस, बारह क्षणिकाएं 'सरस्वती-सुमन' पत्रिका के लिए भेजिए
    साथ में अपना संक्षिप्त परिचय और छाया चित्र भी .....
    इस पते या मेल पर ......

    harkirat 'heer'
    18 east lane , sunderpur
    house no. 5
    Guwahaati-781005
    ASSAM

    ya

    harkiratheer@yahoo.in

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  2. आयेंगे
    फिर अच्छे
    मौसम आयेंगे |
    हम खेतों में
    धान
    रोपकर गायेंगे

    मन को छूने वाली पंक्तियाँ ..... बहुत सुंदर रचना

    ReplyDelete
  3. आयेंगे
    फिर अच्छे
    मौसम आयेंगे |
    हम
    खेतों में धान
    रोपकर गायेंगे |

    कुछ
    दिन और
    प्रतीक्षा करना ,
    फिर
    मौसम
    बाँहों में भरना ,
    सुख के
    दिन राहों में
    फूल सजायेंगे |
    Kitna badhiya intezaar hai jeevan me khushiyan aane kaa!

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  4. पीले
    बाँसों में
    करील अँखुआयेंगे |


    स्वप्न हमारे होंगे कोसों ,
    मीलों में ,
    हम हाथों में लेकर हाथ दबायेंगे |


    क्या बात है तुषार जी,, बाद के लिए भी बचा कर रखिये
    मिलेंगे तब हमको क्या सुनायेंगे ?
    :):):)

    आपके गीत तो कमाल धमाल होते हैं

    इस गीत में भी कुछ विशेष है
    कुछ ऐसा जो केवल महसूस कर के ही लिखा जा सकता है

    बहुत सुन्दर

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  5. आयेंगे
    फिर अच्छे
    मौसम आयेंगे |
    हम खेतों में
    धान
    रोपकर गायेंगे |

    ___________________


    जब भी
    ऐसे मौसम आयेंगे
    साथ आपके
    हम भी गायेंगे

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  6. lay-taal sab hai..phir kyon nahi gungunayegen !!

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  7. बहुत सुंदर नवगीत जो हमें शिक्षा देता है कि
    महान कार्य करने के लिए उमंग तथा उत्‍साह को अपना साथी बनाइए।

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  8. मेरे इस गीत को पसंद करने के लिए आप सभी का आभार |

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  9. गजब का प्रवाह है कविता में..आभार सुन्दर रचना के लिए

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