Thursday, 29 May 2025

ग़ज़ल संग्रह -सियासत भी इलाहाबाद में संगम नहाती है

 

ग़ज़ल संग्रह

कवि -जयकृष्ण राय तुषार 

पुस्तक -सियासत भी इलाहाबाद में संगम नहाती है 

प्रकाशक -लोकभारती इलाहाबाद (प्रयागराज )

पेपरबैक मूल्य -250 रूपये 

https://www.amazon.in/dp/934822932X


2 comments:

आपकी टिप्पणी हमारा मार्गदर्शन करेगी। टिप्पणी के लिए धन्यवाद |

एक गीत -सारंगी को साधो जोगी

  चित्र साभार गूगल एक ताज़ा गीत - सारंगी को  साधो जोगी  बन्द घरों की खिड़की खोलो. टूटे दिल  उदास मन वालों के  संग कुछ क्षण बैठो बोलो. झाँक रहे...