चित्र -गूगल से साभार |
एक गीत -आया है नया साल
आया है नया साल
चलो खुशियाँ मनाएं |
कुछ मान -मनौती लिए
संगम में नहाएँ |
क्यारी में खिलें फूल
तो खेतों में फसल हो ,
सागर से जो निकले तो
हो अमृत न गरल हो ,
चिड़ियों की चहक
फूलों की खुश्बू को बचाएं |
ईमान से मेहनत से
तरक्की हो हमारी ,
इस देश की मिटटी तो
है देवों को भी प्यारी ,
हम याद करें अपने
शहीदों की कथाएं |
हर भूखे को रोटी मिले
इक थाली हो ऐसी ,
निर्बल को सहारा मिले
खुशहाली हो ऐसी ,
अब सरहदें दुनिया की
नहीं खून बहाएं |
चित्र -गूगल से साभार |
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" मंगलवार 22 दिसम्बर 2015 को लिंक की जाएगी............... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
ReplyDeleteसुन्दर कविता
ReplyDeleteबेहद प्रभावशाली,सामयिक रचना......बहुत बहुत बधाई.....
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