गंगा अवतरण |
आजगंगा दशहरा का पावन पर्व है
जगत को शीतलता हरीतिमा और जीवन देने वाली माँ गंगा का अवतरण दिवस है. माँ गंगा की निर्मलता और आशीष समस्त भारतवासियों को मिलता रहे.हर हर गंगे
एक पुराना गीत
गोमुख से भू पर बहती
ओ गंगा तुझे नमन
जन -जन के मन मेंबहती
ओ गंगा तुझे नमन
मोक्षदायिनी है माँ गंगा
पापहारिणी है
शिव की सघन जटा से निकली
जगततारिणी है
दुर्गम पथ में आतप सहती
माँ गंगा तुझे नमन
गंगा तेरा जल अमृत है
सबको जीवन देता
तेरी महिमा से हर नाविक
अपनी नैया खेता
सबकी प्यास बुझाकर दहती
माँ गंगा तुझे नमन
तुम गायत्री, तुम सावित्री
तुम ही गीता हो
तुम हो वेद, पुराणों में माँ
तुम ही सीता हो
युग -युग राम कथा कहती
ओ गंगा तुझे नमन.
जयकृष्ण राय तुषार
चित्र साभार गूगल |
गंगा तुझे नमन । बहुत सुंदर गीत ।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका. सादर प्रणाम
Deleteवाह
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
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