श्री नरेंद्र मोदी जी प्रधानमन्त्री भारत सरकार |
मोदी जी भारत के अप्रतिम जननायक हैं ,प्रधानमन्त्री हैं |आज प्रधानमन्त्री जी ने फिर एक असम्भव कार्य संभव कर दिखाया जनता कर्फ्यू लगाकर \ जनता कर्फ्यू वैसे तो कोरोना के विस्तार को रोकने के लिए लगाया गया है किन्तु इसके अन्य सुखद परिणाम पर्यावरण के लिए होंगे |आप सोचिये धरती कितनी प्रसन्न होगी जब फूल -पत्तियाँ ,भौरें ,तितलियाँ ,वन्य जीव प्रदूषण और मानव आतंक से कितना मुक्त रहे होंगे |नदियों के जल की कलकल में कोई व्यवधान नहीं हुआ होगा | हवा वातावरण में खुशबू लेकर बह रही होगी \धूप का रंग धूप सा रहा होगा |फूलों -कलियों का सूर्ख चटख रंग वातावरण को सम्मोहित कर रहा होगा | ऐसी धरती रोज कहाँ मिलती है |
एक गीत -सबसे अच्छी कविता लिखने का यह दिन है
आज प्रकृति के
लिए सुवासित
गन्ध ,सुदिन है |
सबसे अच्छी
कविता
लिखने का यह दिन है |
सात रंग
चमकेंगे
तितली की पाँखों में ,
पंछी निर्भय
होंगे
पेड़ों की शाखों में ,
हरी दूब का
रंग हरा है
नहीं मलिन है |
आपाधापी
वाला जीवन
कैद हो गया ,
जनता का
कर्फ्यू
जनता का वैद हो गया ,
मोदी ने
कर दिया काम
जो बहुत कठिन है |
शंख बजेंगे
और बजेगी
ताली ,थाली ,
और बजेगी
ताली ,थाली ,
फूल हँसेंगे
नाचेगी
गेहूं की बाली ,
खुशबू वाली
साँझ और
हर रात के पीछे एक सवेरा छिपा होता हैं वैसे ही हर दुःख के पीछे कोई ना कोई सुखद पल अवश्य होता हैं , इस सत्यता को स्पष्ट करती आपकी लाज़बाब रचना,सादर नमन
ReplyDeleteआपका हृदय से आभार कामिनी जी
Deleteबहुत सुन्दर और सार्थक।
ReplyDeleteआपका हार्दिक आभार आदरणीय
Deleteसादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (24 -3-2020 ) को " तब तुम लापरवाह नहीं थे " (चर्चा अंक -3650) पर भी होगी,
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
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कामिनी सिन्हा
आपका हार्दिक आभार
Deleteबहुत सुंदर सामयिक रचना जिसमें बेहतरीन बिम्बों का समावेश मर्मस्पर्शी है.
ReplyDeleteबेहतरीन सृजन आदरणीय सर
आपका हार्दिक आभार
Deleteसार्थक और सामयिक रचना
ReplyDeleteआपका हार्दिक आभार
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