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श्री कृष्ण अर्जुन |
अब धर्मयुद्ध छोड़ो अर्जुन
केशव की गीता
कहती है
युग के जैसा व्यवहार करो.
अब धर्मयुद्ध
छोड़ो अर्जुन
दुश्मन पर प्रबल प्रहार करो.
उपदेश
नियम, नैतिकता के
ग्रंथों में शोभा देते हैं,
दानव तो
अबला, संतो के
भी प्राण हरण कर लेते हैं,
मायावी
असुरों के सम्मुख
निज माया का विस्तार करो.
सन 71 में दयावान
बन हमने
जिसको माफ़ किया
उसने भारत माँ
के विरुद्ध
षड़यंत्र और अपराध किया,
अबकी
निर्णायक युद्ध करो
हर पापी का संहार करो.
सूखी चिनाब में
रेत उड़े
आज़ाद बलूचिस्तान बने,
फिर चन्द्रगुप्त
राणाप्रताप
पोरस का हिंदुस्तान बने,
आतंक मिटा कर
दुनिया से
मानवता का उद्धार करो.
जब युद्धभूमि में
जाना हो
प्रभु परशुराम को याद करो,
जिसकी कुदृष्टि
हो भारत पर
उसको समूल बर्बाद करो
सपना अखण्ड
भारत माँ का
अब तो वीरों साकार करो.
जयकृष्ण राय तुषार
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चित्र साभार गूगल |
https://jaikrishnaraitushar.blogspot.com/2025/05/blog-post_10.html
ReplyDeleteहार्दिक आभार
Deleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर सोमवार 12 मई 2025 को लिंक की जाएगी ....
ReplyDeletehttp://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
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This comment has been removed by the author.
Deleteवाह! जोशपूर्ण, देशप्रेम से सराबोर....शानदार सृजन!
ReplyDeleteहार्दिक आभार. नमस्ते
Deleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteआपका हृदय से आभार. सादर अभिवादन
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