चित्र साभार गूगल |
एक गीत -हजारों फूल खिलते थे
कोई भी
मूड,मौसम हो
मग़र हम साथ चलते थे.
यही वो रास्ते
जिन पर
हज़ारों फूल खिलते थे.
कहाँ संकोच से
नज़रें मिलाना
मुस्कुराना है,
कहाँ अब
रूठने वाला कोई
किसको मनाना है,
यही मन्दिर था
जिसमें प्यार के
भी दिए जलते थे.
कहाँ अब
इत्र,खुशबू
तितलियों सा दिन सुहाना है,
कहाँ चेहरा
बदलकर
आईने का दिल लुभाना है,
यही ऑंखें थीं
जिनमें नींद
भी थी,ख़्वाब पलते थे.
कहाँ बज़रे पे
अब मौसम
कोई भी गीत सुनता है,
तुम्हारी
उँगलियों से
वक़्त अब स्वेटर न बुनता है,
कभी वो
चाँदनी,हम
रात तारों से निकलते थे
कवि -जयकृष्ण राय तुषार
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" रविवार 21 अगस्त 2022 को साझा की गयी है....
ReplyDeleteपाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
सादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (21-8-22} को "मस्तक का अँधियार हरो"(चर्चा अंक 4528) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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कामिनी सिन्हा
सादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (21-8-22} को "मस्तक का अँधियार हरो"(चर्चा अंक 4528) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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कामिनी सिन्हा
सादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (21-8-22} को "मस्तक का अँधियार हरो"(चर्चा अंक 4528) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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कामिनी सिन्हा
हार्दिक आभार आपका
Deleteसुंदर प्रस्तुति.
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका.सादर अभिवादन
Deleteसुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteहजारों फूल खिलते थे।
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति।
यही जीवन है जो खिलता -मुरझाता है
हार्दिक आभार भाई
Deleteबहुत ही प्यारी सी कविता
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteसुंदर सृजन।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteआपकी लिखी रचना सोमवार 12 सितम्बर ,2022 को
ReplyDeleteपांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
आपकी लिखी रचना सोमवार 12 सितम्बर ,2022 को
ReplyDeleteपांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
हार्दिक आभार आपका
Deleteअहा , मधुर मधुरतर और मधुरतम गीत . वाह
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteबहुत सुंदर रचनाआ सर।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
Deleteप्यारी सुंदर सी रचना
ReplyDeleteहार्दिक आभार आपका
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