Saturday 14 February 2015

एक प्रेम गीत --फूलों में रंग रहेंगे


चित्र -पेंटिंग -गूगल से साभार 



एक प्रेमगीत 
फूलों में रंग रहेंगे ....

जब तक 
तुम साथ रहोगी 
फूलों में रंग रहेंगे ,
जीवन का 
गीत लिए हम 
हर मौसम संग रहेंगे |

जब तक 
तुम साथ रहोगी 
मन्दिर में दीप जलेंगे ,
उड़ने को 
नीलगगन में 
सपनों को पंख मिलेंगे ,
तू नदिया 
हम मांझी नाव के 
धारा के संग बहेंगे |

जब तक 
तुम साथ रहोगी 
एक हंसी साथ रहेगी ,
मुश्किल 
यात्राओं में भी 
खुशबू ले हवा बहेगी ,
जब तक 
यह मौन रहेगा 
अनकहे प्रसंग रहेंगे |


तुमसे ही 
शब्द चुराकर 
लिखते हैं प्रेमगीत हम ,
भावों में 
डूब गया मन 
उपमाएं हैं कितनी कम ,
तोड़ेंगे 
वक्त की कसम 
तुमसे कुछ आज कहेंगे |
चित्र -गूगल से साभार 

13 comments:

  1. सार्थक प्रस्तुति।
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (15-02-2015) को "कुछ गीत अधूरे रहने दो..." (चर्चा अंक-1890) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    पाश्चात्य प्रेमदिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  2. आदरणीया मोनिका जी और शास्त्री जी आप दोनों का हृदय से शुक्रिया |

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  3. वेलेंटाइन दिवस पर सुन्दर रचना...सार्थक प्रस्तुति...

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  4. बहुत सुंदर प्रेम गीत ...

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  5. प्रेमदिवस पर प्यारा सा गीत।

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  6. बहुत सुंदर प्यारा सा कोमल प्रेम गीत है.....


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  7. सुन्दर, मनभावन गीत ...
    ~सादर शुभकामनाएँ !!!

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  8. आदरनीय भाई बाण भट्ट जी आशा जी नीर जी शशि जी और अनीता जी आप सभी का हार्दिक आभार

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  9. बहुत ही सुंदर और मनभावन पंक्तियां।

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  10. प्यारा सा कोमल प्रेम गीत है.....

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