जयकृष्ण राय तुषार
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के सम्मुख
एकआज करवा चौथ का दिन है
आज करवा चौथ
का दिन है
आज हम तुमको संवारेंगे।
देख लेना
तुम गगन का चांद
मगर हम तुमको निहारेंगे।
पहनकर
कांजीवरम का सिल्क
हाथ में मेंहदी रचा लेना,
अप्सराओं की
तरह ये रूप
आज फुरसत में सजा लेना,
धूल में
लिपटे हुए ये पांव
आज नदियों में पखारेंगे।
हम तुम्हारा
साथ देंगे उम्रभर
हमें भी मझधार में मत छोड़ना,
आज चलनी में
कनखियों देखना
और फिर ये व्रत अनोखा तोड़ना ,
है भले
पूजा तुम्हारी ये
आरती हम भी उतारेंगे।
ये सुहागिन
औरतों का व्रत
निर्जला, पति की उमर की कामना
थाल पूजा की
सजा कर कर रहीं
पार्वती शिव की सघन आराधना,
आज इनके
पुण्य के फल से
हम मृत्यु से भी नहीं हारेंगे।
दो
जमीं के चांद को जब चांद का दीदार होता है
कभी सूरत कभी सीरत से हमको प्यार होता है
इबादत में मोहब्बत का ही इक विस्तार होता है
तुम्हीं को देखने से चांद करवा चौथ होता है
तुम्हारी इक झलक से ईद का त्यौहार होता है
हम करवा चौथ के व्रत को मुकम्मल मान लेते हैं
जमीं के चांद को जब चांद का दीदार होता है
निराजल रह के जब पति की उमर की ये दुआ मांगें
सुहागन औरतों का स्वप्न तब साकार होता है
यही वो चांद है बच्चे जिसे मामा कहा करते
हकीकत में मगर रिश्तों का भी आधार होता है
शहर के लोग उठते हैं अलार्मों की आवाजों पर
हमारे गांव में हर रोज ही जतसार होता है
हमारे गांव में कामों से कब फुरसत हमें मिलती
कभी हालीडे शहरों में कभी इतवार होता है।
चित्र -गूगल से साभार |
चित्र ganeshaspeaks.com
bohot hi sundar varnan... aur kafi saaf shabdon mein...
ReplyDeleteaccha laga.
करवा चौथ के मौके पर बहुत ही सुंदर रचनाये साझा की हैं हार्दिक आभार
ReplyDeleteदेख लेना
ReplyDeleteतुम गगन का चांद
मगर हम तुमको निहारेंगे।
....................
है भले
पूजा तुम्हारी ये
आरती हम भी उतारेंगे।
.................
आज इनके
पुण्य के फल से
हम मृत्यु से भी नहीं हारेंगे।
aapne to preet udel di !
beautiful!
तुम्हीं को देखने से चांद करवा चौथ होता है
ReplyDeleteतुम्हारी इक झलक से ईद का त्यौहार होता है
kya baat kahi hai..salaam!
Bahut hi sundar kalpna tusharji badhai ranjana singh
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर कल्पना बधाई तुषार जी यश मालवीय
ReplyDeletebahut hi sundar geet badhai sir ranjana singh
ReplyDeletebha pratap somvansiji editor hindustan ne bhi sms dwara hame badhai diya hai
ReplyDeleteगज़ल और गीत दोनों ही आपकी विलक्षण प्रतिभा को उजागर कर रहे हैं...गज़ल तो कमाल की कही है आपने...बधाई स्वीकार करें...
ReplyDeleteनीरज
bahut sundar rachnayen badhai
ReplyDeletevery nice post sir
ReplyDeletebhut khoob . komal bhavnao ki aprtim prstuti .
ReplyDeleteखूबसूरत जज़्बात!! बधाई तुषार जी।
ReplyDeleteहम तुम्हारा
ReplyDeleteसाथ देंगे उम्रभर
हमें भी मझधार में मत छोड़ना,
सच्ची ....???
भाग्यवान है वो ....
दोनों ही रचनायें बहुत बढ़िया .....
तुम्हीं को देखने से चांद करवा चौथ होता है
ReplyDeleteतुम्हारी इक झलक से ईद का त्यौहार होता है
Kya badhiya khayal hai!
देख लेना
ReplyDeleteतुम गगन का चांद
मगर हम तुमको निहारेंगे।
हम भी हमारे पास के चान्द को निहारेंगे ----------
.
ReplyDeleteBeautiful creation on this pious occasion !
.
प्रशंसनीय...एक दूसरे की पूरकता को रेखांकित करती हुई अप्रतिम रचनाएं।
ReplyDeleteसुंदर रचनायें
ReplyDeleteबहुत ही खूबसूरत हैं दोनों रचनाएँ.
ReplyDeleteaapki dono rachnaon ne nishabd kar diya hai ... bahut khoobsurat ehsaas liye hain dono rachnain... mujhe lagta hai duniye ke har pati ko ise padhna chahiye ... sach mein ... aabhaar
ReplyDeleteकभी सूरत कभी सीरत से हमको प्यार होता है
ReplyDeleteइबादत में मोहब्बत का ही इक विस्तार होता है...
बहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...
tusharji bahut pyara geet our utani hi bhav purna gazal man ko chho gayi. bahut sundar bahut khoob.
ReplyDeleteTushar ji ..aapki ye karvachauth par gajal bahut man ko bhayi hai... maine ye gazal shukrvaar kee charchamanch par rakhne ki sochi hai... Dhanyvaad..
ReplyDeleteTushar ji ..aapki ye karvachauth par gajal bahut man ko bhayi hai... maine ye gazal shukrvaar kee charchamanch par rakhne ki sochi hai... Dhanyvaad..
ReplyDeleteTushar ji ..aapki ye karvachauth par gajal bahut man ko bhayi hai... maine ye gazal shukrvaar kee charchamanch par rakhne ki sochi hai... Dhanyvaad..
ReplyDeleteआप सबने मेरी करवा चौथ पर लिखी रचनाओँ को पढा और पसन्द किया इसके लिए आप सबका आभारी हूँ।
ReplyDeleteडाँ .नूतन जी सुखनवर के चर्चा मँच पर देने के लिए आपको धन्यवाद ।
ReplyDeleteवाह गज़ब! बहुत सुन्दर रचनायें पढ़ने को मिली। धन्यवाद।
ReplyDeletevery good.thanks
ReplyDeleteक्या कहूँ आपकी इन अद्वितीय रचनाओं और आपके ह्रदय के इन सुन्दर भावों पर....
ReplyDeleteपरंपरा रही है कि स्त्रियाँ ही करवा चौथ या इन जैसे व्रत त्योहारों,उत्सवों पर भावोद्गार किया करती हैं..पर आपने जितना भावपूर्ण लिखा है...मन भर आया...
भले लोग इतना सुन्दर रचना रच पायें या नहीं..पर ईश्वर करें ऐसे सुन्दर भाव प्रत्येक पुरुष के मन में हो...
बहुत बहुत आभार आपका इन सुन्दर रचनाओं और सन्देश के लिए...
Sorry for my bad english. Thank you so much for your good post. Your post helped me in my college assignment, If you can provide me more details please email me.
ReplyDeleteBehtaren bhavon vale geet badhai tushar deependra
ReplyDeleteइन अद्भुत रचनाओँ के लिए आपको बधाई shlesh gautam
ReplyDeletemouke par likhi sundar rachna.
ReplyDeleteहमारे गांव में कामों से कब फुरसत हमें मिलती
ReplyDeleteकभी हालीडे शहरों में कभी इतवार होता है।
bahut badhiyaa hai sir.aur aap mere blog par aaye ,ghazal par tippanee kee, uske liye dhanyawaad
kya khub likha hai.........
ReplyDeletewah wah.... naveen ji ne is blog se mera parichay karaya............ mai aap ka abhari hu ki aap ne itni achi kavitao aur gazalo ko apne blog mein shamil kiya............
very nice
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