tag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post5063592767580777213..comments2024-03-29T17:17:16.883+05:30Comments on छान्दसिक अनुगायन: एक गीत-तुम जरा बेफ़िक्र होकर खिलखिला दोजयकृष्ण राय तुषारhttp://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-62667022254223755682021-03-13T17:25:45.514+05:302021-03-13T17:25:45.514+05:30आप शब्दों के जादूगर या फिल्मों के राजकपूर हैं। राज...आप शब्दों के जादूगर या फिल्मों के राजकपूर हैं। राजकपूर जी बहुत शालीनता से सीधा सादा रोल करते थे लेकिन जिसे छू देते थे वह सदाबहार अभिनेता या नायिका हो जाता था।सादर प्रणाम आपकी सहजता कोजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-21713071101538688912021-03-13T10:02:57.966+05:302021-03-13T10:02:57.966+05:30इस कविता पर टिप्पणी करने की अर्हता मैं नहीं रखता ह...इस कविता पर टिप्पणी करने की अर्हता मैं नहीं रखता हूँ तुषार जी । स्तब्ध रह गया हूँ, वाणी मूक हो गई है इसका पारायण करके, कहूं भी तो क्या कहूं ? जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-73927431111420473412021-03-13T01:31:48.962+05:302021-03-13T01:31:48.962+05:30आपका हृदय से आभार आदरणीयाआपका हृदय से आभार आदरणीयाजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-21599508225901197842021-03-13T01:30:54.950+05:302021-03-13T01:30:54.950+05:30हार्दिक आभार आपका आदरणीया कविता जी ।सादर प्रणाम आप...हार्दिक आभार आपका आदरणीया कविता जी ।सादर प्रणाम आपकोजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-18821715112886595842021-03-13T01:29:45.373+05:302021-03-13T01:29:45.373+05:30भाई संजय जी सादर अभिवादन ।हार्दिक आभार आपकाभाई संजय जी सादर अभिवादन ।हार्दिक आभार आपकाजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-72878758449778696782021-03-12T18:53:21.991+05:302021-03-12T18:53:21.991+05:30सुंदर सृजन।बहुत खूब,सादर नमन आपको हर बार की तरह बह...सुंदर सृजन।बहुत खूब,सादर नमन आपको हर बार की तरह बहुत लाजवाबसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-79536961998509561192021-03-12T17:56:20.556+05:302021-03-12T17:56:20.556+05:30निर्वसन
पतझर में ये नीम
इसे अंजलि भर नदी का जल पिल...निर्वसन<br />पतझर में ये नीम<br />इसे अंजलि भर नदी का जल पिला दो।<br /><br />छाँह लौटेगी<br />हरापन भी<br />तुम ज़रा बेफ़िक्र होकर खिलखिला दो ।<br />..थोड़े में बहुत ..<br />..कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-55282110489186949452021-03-12T17:38:14.345+05:302021-03-12T17:38:14.345+05:30वाह सुंदर व्यंजनाएं मोहक सृजन।वाह सुंदर व्यंजनाएं मोहक सृजन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-46760494405957763992021-03-12T13:06:12.582+05:302021-03-12T13:06:12.582+05:30हार्दिक आभार आपकाहार्दिक आभार आपकाजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-85984479516270279932021-03-12T13:05:35.610+05:302021-03-12T13:05:35.610+05:30आपका हृदय से आभार।सादर नमन आपको और आपकी सहजता को।आपका हृदय से आभार।सादर नमन आपको और आपकी सहजता को।जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-16902310385180279302021-03-12T13:03:50.556+05:302021-03-12T13:03:50.556+05:30सादर प्रणाम।इसीलिए तो लिखा है उम्र को दरपन दिखाना ...सादर प्रणाम।इसीलिए तो लिखा है उम्र को दरपन दिखाना मत ।<br />सादगी भी कर रही श्रृंगार।आपका हार्दिक आभारजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-518949156524864442021-03-12T13:03:21.677+05:302021-03-12T13:03:21.677+05:30उम्र को
दरपन दिखाना मत
सादगी फिर कर रही श्रृंगार...उम्र को<br /><br />दरपन दिखाना मत<br /><br />सादगी फिर कर रही श्रृंगार,<br />बहुत खूब,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-68809203121096487972021-03-12T11:32:38.357+05:302021-03-12T11:32:38.357+05:30नीम का भी श्रृंगार होगा , अब उम्र तो वापस नहीं लाय...नीम का भी श्रृंगार होगा , अब उम्र तो वापस नहीं लायी जा सकती पर सिल्क का कुरता पहन ऐश कीजिये :)<br /><br />सुन्दर रचना <br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-18899273054033695102021-03-12T10:55:11.791+05:302021-03-12T10:55:11.791+05:30जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना आज शुक्रवार 12 मार्च 20...जी नमस्ते,<br /><i><b> आपकी लिखी रचना आज शुक्रवार 12 मार्च 2021 को साझा की गई है.........<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन " पर </a>आप भी सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद! </b></i>,<br />Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-8508721527910390492021-03-12T07:49:04.116+05:302021-03-12T07:49:04.116+05:30आपका हृदय से आभार।आपकी खूबसूरत अर्थपूर्ण टिप्पणी ह...आपका हृदय से आभार।आपकी खूबसूरत अर्थपूर्ण टिप्पणी है<br />हमारा मनोबल बढ़ाती है।बेहतर सृजन की प्रेरणा देती है।सादर अभिवादनजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-74080149105432992332021-03-11T23:39:46.294+05:302021-03-11T23:39:46.294+05:30बहुत सुंदर मनभावन श्रृंगार रचना तुषार जी |लौकिक ...बहुत सुंदर मनभावन श्रृंगार रचना तुषार जी |लौकिक प्रेम की आलौकिक अभिव्यक्ति | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.com