tag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post762612337382318186..comments2024-03-17T19:24:43.297+05:30Comments on छान्दसिक अनुगायन: एक गीत -प्यार के हम गीत रचते हैं जयकृष्ण राय तुषारhttp://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-77848023994415996592020-06-07T10:09:50.177+05:302020-06-07T10:09:50.177+05:30हार्दिक आभार आपका आदरणीया रेणु जी हार्दिक आभार आपका आदरणीया रेणु जी जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-62515675467906938842020-06-02T13:19:49.972+05:302020-06-02T13:19:49.972+05:30वाह! तुषार जी, शृंगार रस सराबोर आपकी रचनाएँ अतुलन...वाह! तुषार जी, शृंगार रस सराबोर आपकी रचनाएँ अतुलनीय हैं। कई रचनाएँ पढ़ी। इन पक्तियों कोपढकर विस्मित हूँ---<br />एक आंचल <br />इत्र भींगा <br />उड़ रहा अमराइयों में ! <br />बेजोड़ हैं ये पंक्तियाँ👌👌👌<br />हार्दिक शुभकामनायें🙏🙏रेणुhttps://www.blogger.com/profile/06997620258324629635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-73415800298356046852012-09-07T09:58:02.570+05:302012-09-07T09:58:02.570+05:30सो रहे खरगोश से दिन पर्वतों की खाइयों में'
वाह...सो रहे खरगोश से दिन पर्वतों की खाइयों में'<br />वाह! क्या बात कही है.<br />बहुत ही मनमोहक गीत.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-3910904022617242472012-09-05T20:16:30.700+05:302012-09-05T20:16:30.700+05:30श्रृंगारिकता से ओतप्रोत एक और प्रभावी रचना ..मुझे ...श्रृंगारिकता से ओतप्रोत एक और प्रभावी रचना ..मुझे फुर्सत से जरा फोन करियेगा ! आपका नबर गायब है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-6338593830930315812012-09-05T15:26:26.912+05:302012-09-05T15:26:26.912+05:30झील की
लहरें नहाकर
रेशमी लट खोलती हैं ,
चुप्पियो...झील की <br />लहरें नहाकर <br />रेशमी लट खोलती हैं ,<br />चुप्पियों <br />के वक्त भी <br />ऑंखें बहुत कुछ बोलती हैं ,<br /><br />...वाह! बहुत भावपूर्ण और मनभावन...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-14343269595500802862012-09-05T12:19:29.567+05:302012-09-05T12:19:29.567+05:30सुन्दर ... बहुत ही मधुर गीत ... मनभावन प्रस्तुति ....सुन्दर ... बहुत ही मधुर गीत ... मनभावन प्रस्तुति ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-43682045282764297212012-09-05T07:54:25.685+05:302012-09-05T07:54:25.685+05:30प्यार के
हम गीत
रचते हैं इन्हीं कठिनाइयों में |
...प्यार के <br />हम गीत <br />रचते हैं इन्हीं कठिनाइयों में |<br /><br />sundar soch.....bahut sundar aur sakaratmak rachna ...badhaii aapko ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-42323475472143937912012-09-04T20:49:07.123+05:302012-09-04T20:49:07.123+05:30कास -बढ़नी
को लगे फिर
चिठ्ठियाँ लिखने उजाले ,
आँख ...<i>कास -बढ़नी<br />को लगे फिर<br />चिठ्ठियाँ लिखने उजाले ,<br />आँख पर<br />सीवान के<br />चश्में चढ़े हैं धूप वाले ,<br />एक आंचल<br />इत्र भींगा<br />उड़ रहा अमराइयों में |</i><br />इस बंद पर मैं तो अवाक् हूँ. चूँकि यह आपका बंद है सो हृदय कह रहा है कि संयत हो जाऊँ..<br /><br /><i>झील की<br />लहरें नहाकर<br />रेशमी लट खोलती हैं ,<br />चुप्पियों<br />के वक्त भी<br />ऑंखें बहुत कुछ बोलती हैं ,<br />प्यार के<br />हम गीत<br />रचते हैं इन्हीं कठिनाइयों में |</i><br />इस बंद पर ढेरम्ढेर बधाइयाँ स्वीकारें, तुषारभाईजी. यदि रचना के लिये इस तरह के वातावरण का होना जरूरी है तो काश आपकी कठिनाइयाँ सदा बनी रहें..<br />बधाई-बधाई-बधाई........<br /><br />--सौरभ पाण्डेय, नैनी, इलाहाबाद (उप्र)<br />Saurabhhttps://www.blogger.com/profile/01860891071653618058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-68170066926436464212012-09-04T20:11:19.168+05:302012-09-04T20:11:19.168+05:30अति सुन्दर गीत..मन को महकाता हुआ..अति सुन्दर गीत..मन को महकाता हुआ..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-80349783993203081932012-09-04T15:50:39.852+05:302012-09-04T15:50:39.852+05:30एक खूबसूरत एहसास भरा गीत !एक खूबसूरत एहसास भरा गीत !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-16279293156776396272012-09-04T11:55:03.228+05:302012-09-04T11:55:03.228+05:30सुंदर प्रेम गीत के लिए बधाई स्वीकारेंसुंदर प्रेम गीत के लिए बधाई स्वीकारें‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-80181436923564852272012-09-04T08:40:17.139+05:302012-09-04T08:40:17.139+05:30namaskaat tushar ji
bahut sundar pyar ka geet ......namaskaat tushar ji <br />bahut sundar pyar ka geet ...<br />बादलों के <br />नर्म फाहे <br />चाँद को सहला रहे है ,<br />देखकर <br />तुमको यहीं हम <br />खो गए पुरवाइयों में |<br /><br />..man bhavan..badhai aapko shashi purwarhttps://www.blogger.com/profile/04871068133387030845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-75128693982183966242012-09-04T06:54:02.992+05:302012-09-04T06:54:02.992+05:30बेहतरीन सरस रसमयी सृजन जलतरंग सा मन को उद्वेलित...बेहतरीन सरस रसमयी सृजन जलतरंग सा मन को उद्वेलित करते हुए ...... प्रशंसनीय ....बधाईयाँ जी, राय साहब udaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-69060433917303650792012-09-04T05:05:31.652+05:302012-09-04T05:05:31.652+05:30बहुत सुन्दर गीत....बहुत सुन्दर गीत....निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-83068125274992337412012-09-04T04:18:11.997+05:302012-09-04T04:18:11.997+05:30आप सभी का बहुत -बहुत आभार |आप सभी का बहुत -बहुत आभार |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-80140786260662125332012-09-04T00:40:56.390+05:302012-09-04T00:40:56.390+05:30एक आंचल
इत्र भींगा
उड़ रहा अमराइयों में |
तुषा...एक आंचल <br />इत्र भींगा <br />उड़ रहा अमराइयों में |<br /><br /><br />तुषार भाई की जय हो <br /><br />वीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-24337267642323987182012-09-03T23:51:37.331+05:302012-09-03T23:51:37.331+05:30वाह! बेहतरीन नवगीत है।..बधाई।
मेरा पागलपन देखिए.....वाह! बेहतरीन नवगीत है।..बधाई।<br /><br />मेरा पागलपन देखिए..मैं बहुत देर तक सांझ की अनुभूति लाने के लिए रेशमी में स्वर्ण घोलने के चक्कर में पड़ा था लेकिन घोल नहीं पाया। :(<br /><br />अंतिम बंद लाज़वाब है।<br />देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-26766324059812184072012-09-03T23:43:47.583+05:302012-09-03T23:43:47.583+05:30प्यार के गीत रचकर आपने मन मोह लिया है। बिम्बों का ...प्यार के गीत रचकर आपने मन मोह लिया है। बिम्बों का उत्तम प्रयोग लुभाता है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-49535992496744452922012-09-03T23:17:19.608+05:302012-09-03T23:17:19.608+05:30बहुत सुन्दर गीत....बहुत सुन्दर गीत.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-51754169165205903002012-09-03T22:30:03.384+05:302012-09-03T22:30:03.384+05:30बहुत ही सुन्दर कविता..बहुत ही सुन्दर कविता..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-78953449314211183362012-09-03T21:55:58.365+05:302012-09-03T21:55:58.365+05:30वाह! बहुत ही सुन्दर वा अनूठे बिम्ब उकेरती एक उत्कृ...वाह! बहुत ही सुन्दर वा अनूठे बिम्ब उकेरती एक उत्कृष्ट रचना ...shalini rastogihttps://www.blogger.com/profile/07268565664101777300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-50885463880663200312012-09-03T21:36:23.040+05:302012-09-03T21:36:23.040+05:30वाह...
बहुत-बहुत सुन्दर प्रस्तुति....
बेहतरीन....
...वाह...<br />बहुत-बहुत सुन्दर प्रस्तुति....<br />बेहतरीन....<br />:-)मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-68571969833396045302012-09-03T20:15:12.070+05:302012-09-03T20:15:12.070+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 4/9...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 4/9/12 को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच http://charchamanch.blogspot.inपर की जायेगी|<br />Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-55658766231303116962012-09-03T14:38:24.852+05:302012-09-03T14:38:24.852+05:30वाह...
बहुत बहुत सुन्दर गीत....
मनभावन प्रस्तुति.....वाह...<br />बहुत बहुत सुन्दर गीत....<br />मनभावन प्रस्तुति...<br /><br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com