tag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post7310493051326878908..comments2024-03-29T17:17:16.883+05:30Comments on छान्दसिक अनुगायन: मेरी दो गज़लेंजयकृष्ण राय तुषारhttp://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-90127425021941031712011-04-26T12:26:10.904+05:302011-04-26T12:26:10.904+05:30घर के बच्चों से नहीं मिलिये किताबों की तरह
उनके ...घर के बच्चों से नहीं मिलिये किताबों की तरह <br />उनके जज्बात को पढ़िये तो खिलौना बनकर <br /><br />wah<br /><br />amitAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-42177291793576451112011-04-20T07:45:25.546+05:302011-04-20T07:45:25.546+05:30आप सभी ने गज़लों को पसंद किया आप सभी का आभार |आप सभी ने गज़लों को पसंद किया आप सभी का आभार |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-36226873741841702932011-04-15T13:20:41.022+05:302011-04-15T13:20:41.022+05:30nice expression.....nice expression.....निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-85636685402967932802011-04-14T10:02:01.186+05:302011-04-14T10:02:01.186+05:30तंगहाली में रही जब भी व्यवस्था घर की
मेरी माँ उसक...तंगहाली में रही जब भी व्यवस्था घर की <br />मेरी माँ उसको छिपा लेती है परदा बनकर <br /><br />Achchha sher, achchhee gazaleinप्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-77889893904545190642011-04-13T21:38:55.874+05:302011-04-13T21:38:55.874+05:30आदरणीय रश्मि जी आपका आभार लेकिन अब मैं खुद अपने सं...आदरणीय रश्मि जी आपका आभार लेकिन अब मैं खुद अपने संकलन की तैयारी में हूँ |इसलिए असहमत हूँ |इसे अन्यथा न लीजियेगा |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-56222037112684414082011-04-13T21:16:41.183+05:302011-04-13T21:16:41.183+05:30कवियों की रचनाओं का अनमोल संग्रह का संपादन मैं पुन...कवियों की रचनाओं का अनमोल संग्रह का संपादन मैं पुनः कर रही हूँ , सबकी तरफ से एक निश्चित धनराशि का योगदान<br />है ... क्या शामिल होना चाहेंगे ?<br /><br />1) इस पुस्तक में 25-30 कवियों/कवयित्रियों की प्रतिनिधि कविताओं को संकलित की जायेंगी।<br />2) इस पुस्तक का संपादन रश्मि प्रभा करेंगी।<br />3) एक कवि को लगभग 6 पृष्ठ दिया जायेगा <br />4) सहयोग राशि के बदले में पुस्तक की 25 प्रतियाँ दी जायेंगी।<br />5) सभी पुस्तकें हार्ड-बाइंड (सजिल्द) होंगी और उनमें विशेष तरह कागज इस्तेमाल किया जायेगा।<br />6) यदि कोई कवि 6 से अधिक पृष्ठ की माँग करता है या उसकी कविताएँ 6 से अधिक पृष्ठ घेरती हैं तो उसे प्रति पृष्ठ रु 500 के हिसाब<br /> से अतिरिक्त सहयोग देना होगा। उदाहरण के लिए यदि किसी कवि को 10 पृष्ठ चाहिए तो 4 अतिरिक्त पृष्ठों के लिए रु 500 X 4= रु 2000<br /> अतिरिक्त देना होगा <br />7) यदि कोई कवि 25 से अधिक प्रतियाँ चाहता है तो उसे अभी ही कुल प्रतियों की संख्या बतानी होगी। अतिरिक्त प्रतियाँ उसे<br /> अधिकतम मूल्य (जो कि रु 300 होगा) पर 50 प्रतिशत छूट (यानी रु 150 प्रति पुस्तक) पर दी जायेंगी। <br />8) यदि किसी कवि ने अतिरिक्त कॉपियों का ऑर्डर पहले से बुक नहीं किया है तो बाद में अतिरिक्त कॉपियों की आपूर्ति की गारंटी हिन्द-युग्म<br /> या रश्मि प्रभा की नहीं होगी। यदि प्रतियाँ उपलब्ध होंगी तो 33 प्रतिशत छूट के बाद यानी रु 200 में दी जायेंगी।<br />9) कविता-संग्रह की कविताओं पर संबंधित कवियों का कॉपीराइट होगा।<br />10) सभी कवियों और संपादक को 20 प्रतिशत की रॉयल्टी दी जायेगी (बराबर-बराबर)रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-91447054037301944322011-04-13T21:16:10.276+05:302011-04-13T21:16:10.276+05:30किसी गरीब के घर को मचान मत कहना
कबीले पेड़ की शाख...किसी गरीब के घर को मचान मत कहना <br />कबीले पेड़ की शाखों पे घर बनाते हैं <br />waah bahut hi badhiyaaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-75523293250495223672011-04-13T16:41:38.220+05:302011-04-13T16:41:38.220+05:30यूँ तो पूरी ग़ज़ल बेहतरीन है पर निम्न शेर:-
आज क...यूँ तो पूरी ग़ज़ल बेहतरीन है पर निम्न शेर:-<br /> <br />आज के दौर के बच्चे भी कन्हैया होंगे <br />आप पालें तो उन्हें नंद यशोदा बनकर.<br /><br />लाजवाब लाजवाब लाजवाब.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-8418121982251623112011-04-13T13:34:47.655+05:302011-04-13T13:34:47.655+05:30Bahut badhiya aur saamyik gazlein,Tushar ji.Accha ...Bahut badhiya aur saamyik gazlein,Tushar ji.Accha laga padh kar.Vijuy Ronjanhttps://www.blogger.com/profile/05204504837179424572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-44594900092082064462011-04-13T09:50:06.588+05:302011-04-13T09:50:06.588+05:30वाह तुषार भाई क्या खूब प्रस्तुतियाँ दी हैं आपने| ब...वाह तुषार भाई क्या खूब प्रस्तुतियाँ दी हैं आपने| बहुत ही खूबसूरत ख़यालों से सजी मनोहारी अभिव्यक्तियाँ| ये पंक्तियाँ खास कर दिल के ज्यादा करीब लगीं :- <br /><br />आज के दौर के बच्चे भी.............. <br />घर के बच्चों से नहीं मिलिये........... <br />कभी प्रयाग के संगम को.............. <br />हम अपने घर को भी दफ़्तर.......... <br />किसी गरीब के घर को.......... <br /><br />दिल खुश हो गया तुषार भाई| बहुत बहुत बधाई|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-12338275423658525962011-04-12T20:35:56.524+05:302011-04-12T20:35:56.524+05:30आज के दौर के बच्चे भी कन्हैया होंगे
आप पालें तो उ...आज के दौर के बच्चे भी कन्हैया होंगे <br />आप पालें तो उन्हें नंद यशोदा बनकर<br /><br />घर के बच्चों से नहीं मिलिये किताबों की तरह <br />उनके जज्बात को पढ़िये तो खिलौना बनकर <br /><br />Bahut hi badhiya....Man me utar gayi panktiyan.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-32989404867373860322011-04-12T15:50:04.209+05:302011-04-12T15:50:04.209+05:30दोनों गज़लें बहुत अच्छी है एक से बढ़ कर एक| धन्यवाद|...दोनों गज़लें बहुत अच्छी है एक से बढ़ कर एक| धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-51459768960502979402011-04-12T14:51:09.168+05:302011-04-12T14:51:09.168+05:30Ramnavmee kee anek shubhkamnayen!Ramnavmee kee anek shubhkamnayen!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-82113464686915174662011-04-12T14:50:04.243+05:302011-04-12T14:50:04.243+05:30आज के दौर के बच्चे भी कन्हैया होंगे
आप पालें तो उ...आज के दौर के बच्चे भी कन्हैया होंगे <br />आप पालें तो उन्हें नंद यशोदा बनकर<br />Kya gazab kee rachnayen hain dono! Ekse badhke ek!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-157526244490440130.post-84099175545323288592011-04-12T13:32:44.352+05:302011-04-12T13:32:44.352+05:30तेरी यादें कभी तनहा नहीं होने देतीं
साथ चलती हैं ...तेरी यादें कभी तनहा नहीं होने देतीं <br />साथ चलती हैं मेरे ,धूप में साया बनकर <br /><br />वाह क्या बात है. . आपको बधाईअवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/05755723198541317113noreply@blogger.com