Sunday 22 March 2020

एक गीत /कविता -सबसे अच्छी कविता लिखने का यह दिन है

श्री नरेंद्र मोदी जी
प्रधानमन्त्री
भारत सरकार 



मोदी जी भारत के अप्रतिम जननायक हैं ,प्रधानमन्त्री हैं |आज प्रधानमन्त्री जी ने फिर एक असम्भव कार्य संभव कर दिखाया जनता कर्फ्यू लगाकर \ जनता कर्फ्यू वैसे तो कोरोना के विस्तार को रोकने के लिए लगाया गया है किन्तु इसके अन्य सुखद परिणाम पर्यावरण के लिए होंगे |आप सोचिये धरती कितनी प्रसन्न होगी जब फूल -पत्तियाँ ,भौरें ,तितलियाँ ,वन्य जीव प्रदूषण और मानव आतंक से कितना मुक्त रहे होंगे |नदियों के जल की कलकल में कोई व्यवधान नहीं हुआ होगा | हवा वातावरण में खुशबू लेकर बह रही होगी \धूप का रंग धूप सा रहा होगा |फूलों -कलियों का सूर्ख चटख रंग वातावरण को सम्मोहित कर रहा होगा | ऐसी धरती रोज कहाँ मिलती है |



एक गीत -सबसे अच्छी कविता लिखने का यह दिन है 

आज प्रकृति के 
लिए सुवासित 
गन्ध ,सुदिन है |

सबसे अच्छी 
कविता 
लिखने का यह दिन है |

सात रंग 
चमकेंगे 
तितली की पाँखों में ,
पंछी निर्भय 
होंगे 
पेड़ों की शाखों में ,

हरी दूब का 
रंग हरा है 
नहीं मलिन है |

आपाधापी 
वाला जीवन 
कैद हो गया ,
जनता का 
कर्फ्यू 
जनता का वैद हो गया ,

मोदी ने 
कर दिया काम 
जो बहुत कठिन है |

शंख बजेंगे 
और बजेगी 
ताली ,थाली ,
फूल हँसेंगे 
नाचेगी 
गेहूं की बाली ,

खुशबू वाली 
साँझ और 
जूड़े में पिन है |

कवि-जयकृष्ण राय तुषार


चित्र -साभार गूगल 

10 comments:

  1. हर रात के पीछे एक सवेरा छिपा होता हैं वैसे ही हर दुःख के पीछे कोई ना कोई सुखद पल अवश्य होता हैं , इस सत्यता को स्पष्ट करती आपकी लाज़बाब रचना,सादर नमन

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    Replies
    1. आपका हृदय से आभार कामिनी जी

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  2. Replies
    1. आपका हार्दिक आभार आदरणीय

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  3. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (24 -3-2020 ) को " तब तुम लापरवाह नहीं थे " (चर्चा अंक -3650) पर भी होगी,
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    ---
    कामिनी सिन्हा

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  4. बहुत सुंदर सामयिक रचना जिसमें बेहतरीन बिम्बों का समावेश मर्मस्पर्शी है.
    बेहतरीन सृजन आदरणीय सर

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  5. सार्थक और सामयिक रचना

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